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आरघ!
ओ, अरे नहीं...!
एच...मदद करना... मेरा पैर...!
यह वह शैतान था...!
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एनजीएच...
उर्ग...!
रास्ते से हट कर।
धक्का देना
फ्रीज
अच्छा दुःख।
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दोबारा नहीं...
राजकुमार...
...बीआईटी मेरा पैर।
वह सचमुच शैतान है।।!
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रेगास स्टोरी ली ककेउट आर्ट डेंगमेओंग मूल उपन्यास सैमक
एपिसोड3
वहाँ रुको मास्टर!
हमें अभी किसी भी क्षण सर मेलमोंट के घर तक पहुंचना चाहिए!
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लेकिन रुको, रुको...
क्या होगा अगर उसकी पत्नी ने काम छोड़ दिया और किसी का घर नहीं छोड़ा?
नहीं... वह वहां होगी। उसके दौड़ने का कोई समय नहीं है
हुह? यह नहीं है?
वह बीमार है या कुछ और?
नहीं... ऐसा नहीं है।।
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मिस्टर विडेल!
हाबिल!
कितना प्यारा आश्चर्य है!
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