-
यंगजून रयू!
...क्या हम डिस्कनेक्ट हो गए?
-
सबसे पहली बात, मुझे कोई रास्ता खोजना होगा।।।
मैं रोगज़नक़ के ओएनए पर दूसरी नज़र डालूँगा।
-
मुझे यकीन है कि समाधान वहीं है।
-
हुह? यह है...?!.
-
यह आपका रोज़मर्रा का ओना नहीं है!
-
स्टेम कोशिकाओं की टोटिपोटेंसी को पार करना...
यह निषेचित अंडे की क्षमता के बराबर है।
-
निश्चित रूप से यह इस विदेशी डीएनए की उपस्थिति थी जिसने उसके पूरे सिस्टम को अस्त-व्यस्त कर दिया।
-
जबकि स्टेम कोशिकाओं में खुद को फिर से बनाने और किसी भी प्रकार की कोशिका में अंतर करने की उल्लेखनीय क्षमता होती है।।।