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दा डुन
क्या...
...लेकिन क्यों? कोई ऐसा क्यों करेगा?!
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उर्ग।
पुजारी। पुजारी कहाँ गया
एक आँख की पट्टी?
आख़िर क्या चल रहा है?!
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अरे, जानवर
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मैं यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि क्या हुआ,
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सबसे पहले हमें पुजारी को ढूंढना होगा।।।
कांपना कांपना
चौंका हुआ
अरे, तुम्हें क्या दिक्कत है?!
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केघ!केघ! ब्लर्ग!
गेटाग्रिप
मुझे स्थिति पर भी कार्रवाई करने के लिए समय चाहिए, आप जानते हैं।
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अभी कुछ भी समझ में नहीं आता है।
यह मेरी गलती है...
क्या?
दोबारा नहीं... यह सब मेरी वजह से है...
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