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हर बार मैं हरे पत्तों की शामियाना के माध्यम से सूरज की रोशनी को नीचे की ओर बहते हुए देखता हूं
यह मुझे एक परी की याद दिलाता है जिसे मैंने बहुत पहले एक चित्र पुस्तक में देखा था
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यह ऐसा है जैसे उसके सिर के चारों ओर परियों का झुंड लटका हुआ है।।
क्या तुम जाग रहे हो,
पेओनी?
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हाँ, ज़ैक मैं जाग रहा हूँ
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किंग्स एथे फॉरबिडन फ्लावर चैप्टरसेवन
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...जैच?