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ओह, इस परी कथा का अंत एक पागलपन भरा नाटक है, कृपया एक क्षण रुकें और देखें
चलते रहने का कारण!
यह पुस्तक है
अंत में सत्ता घोषित नहीं की जा सकती
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मौत के कगार पर पहुंच गया
फोने एक सम्राट नहीं बन सकता, जीवित और मर रहा है, एक ही हैं
अब मेरी आंखों की मौत के सामने क्या है
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AIGOO~
जोर से हंसने के लिए क्षमा करें~ आपका उच्चता~
मैं इस जगह को जीवित छोड़ना चाहता हूं
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और इस उपदेश को लौटाओ।
इफुचा बात हुई
सीएनआईआर-एन
स्पष्टतः, यह है
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चमत्कार,
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होलिटक
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काफ़...!