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ऐसे चली कहानी।
समय बीतता गया लेकिन संक्रामक रोग रुकने का कोई संकेत नहीं दिखा
इस प्रकार उन लोगों के बीच एक आंदोलन खड़ा हो गया जो लूना के मंदिर में जाना चाहते थे।।।
...और इससे सोल के मंदिर पर दबाव पड़ा इसलिए उन्होंने राजधानी के प्लाजा में लोगों को मनाने की शुरुआत की।
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और यद्यपि इतना अनुमान लगाया जा सकता था।।।
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क्या आप कह रहे हैं कि ओफ़सोल मंदिर के पास नोरेमेडी भी है?
तो क्या इसका मतलब यह नहीं है कि हमें लूना के मंदिर में जाकर देखना चाहिए?
फुसफुसाना
फुसफुसाना
जैसा कि हम सभी जानते हैं,
चंद्रवाद ने अतीत में अपनी दैवीय शक्ति से एक संक्रामक बीमारी का इलाज किया है।।
कृपया इंतजार करें! हम शाही परिवार से बात करेंगे, और-
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सोलिज़्म का कोई उपाय नहीं है?
एस, संत...3!
नज़र
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क्या इस बच्चे को भी पेस्टिस है?
हाँ, मैं इस उम्मीद से यहाँ आया था कि मुझे कम से कम कुछ दवाएँ मिल जाएँ।।।
पहुंच
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फ्लैश
...उसके धब्बे गायब हो गए!
माँ! मुझे अब और खांसी नहीं हो रही है!
ओह, धन्यवाद! संत!
देखना!
मैंने इस बच्चे की बीमारी ठीक कर दी!
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क्या आप अब भी सोचते हैं कि चंद्रवाद सोलिज़्म से अधिक भरोसेमंद है?!
डी, क्या आपने वह देखा?
बड़बड़ाते हुए उसके धब्बे गायब हो गए और उसने उल्टी करना बंद कर दिया।...!
लेकिन सोलिज़्म संक्रामक रोगों को ठीक नहीं कर सकता।।।
बड़बड़ाना
फुसफुसाना
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सोथट सॉलिज़्म की दिव्य शक्ति नहीं हो सकता!
अब तक मैंने यही सुना है।
मेरी अच्छाई...