-
-
अर्घ...!!
उसका मन मजबूत होता जा रहा है।।!
गूंज!!
-
सिल्वा!! अब आपकी मदद नहीं कर सकता।।!
अर्घ...! तुम मैल...!
-
एक रास्ता होना चाहिए...
आह...!
वहीं रुकें।
जब तक आप नहीं चाहते कि यह महिला मारी जाए।
-
रोज़लीन...!
उह...!!
अर्घ!!
उसकी त्वचा...!!
-
हाहा...!. बेहतर होगा कि आप औइकली को आत्मसमर्पण कर दें। तब आप कम से कम उसके शव को सुरक्षित कर सकते हैं।
अगर देर हो गई तो। उसका पूरा शरीर दूषित हो जाएगा-
-
वह शायद बहुत ज्यादा है
-
रोज़लीन!!
...नहीं! नहीं!!