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फिर भी, हम चीजों का बहुत जल्दी ख्याल रखने में कामयाब रहे
हाँ, मुझे लगता है...
...क्या यह बुराई का अवशेष है
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छिपकर जाना
छिपकर जाना
सहारो।
चलो चलें। अब समय आ गया है कि हम वापस ऊपर जाएं
ओह हाँ।
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हम्म, मुझे लगता है कि कुछ ऐसा छोटा है जो मायने नहीं रखेगा
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सहारो! आपके पंख!!!
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अच्छा स्वर्ग...!
क्या चल रहा है...!
सहारो!
...एक साथ खींचो!!
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क्यों...?!
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सहारो!सहारो!
सब ठीक हो जाएगा चिंता मत करो
यह होगा... ठीक है?
हम चढ़ेंगे और गोर को इसकी सूचना देंगे।
मुझे यकीन है कि किसी प्रकार की गलतफहमी हुई होगी
यह कोई ग़लतफ़हमी नहीं है... भगवान ने मुझे सज़ा दी है।।
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यह बुराई को केवल उसके महत्वहीन आकार के कारण नजरअंदाज करने की मेरी सजा है।।।
मैंने अपने पंखों की पीठ को समेट लिया है!