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कृपया उत्तर न दें!
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कृपया
कला जीरा | कहानी मैं जोयी हूं
मूल उपन्यास अरितांग
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मुझे खेद है।।
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...झूठ बोलने के लिए
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मेरे पास एक महत्वपूर्ण कारण था।।
मैं आपको समझ गया
यह हमारी प्रतिष्ठा को प्रभावित करेगा।।!
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यह व्यवस्था शुरू से ही मेरा विचार था
इसलिए मैं आपको इसके साथ असहज होने के लिए दोषी नहीं ठहराता।
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मैं स्वार्थी था मुझे माफ कर दो