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क्या आप भी यही सोचते हैं?
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नहीं, मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं लगता।
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कुछ मौके किस्मत से मिले।
महामहिम की दयालुता से अन्य।
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लेकिन इसमें मेरी इच्छाशक्ति लग गई।।। मेरा प्रयास...उन अवसरों को जब्त करने के लिए
तो फिर आपके पास इसके बारे में सोचने का कोई कारण नहीं है
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आगे।
कुलीन महिलाएँ आपसे ईर्ष्या करती हैं। यही प्रमुख आधार है।
कोई ईर्ष्या का विषय बनना नहीं चुनता।
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आप...क्षेत्र उल्लेखनीय व्यक्ति...
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बहादुर...
और चतुर...
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लेकिन सबसे बढ़कर, किनो... सब कुछ के बावजूद आप के माध्यम से किया गया है।