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महामहिम।
ओह, ठीक है.
फिर भी मैं उसका हूँ, उस रास्ते के सामने घुटने टेक रहा हूँ।।
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उठाना
हूश
ज्वाला
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ये ठग!
उनकी "दिव्य शक्ति" के लिए बहुत कुछ! यह मना से अलग नहीं है!
और उन्होंने जो कुछ भी किया वह कुछ मोमबत्तियाँ थीं।।।
फिर भी...
...ये सभी लोग...
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...प्रतीत होना। प्रार्थना करना...
.हताशा से।
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गाड़ी पीछे के प्रवेश द्वार पर प्रतीक्षा कर रही है।
क्षमा? पिछला प्रवेश द्वार क्यों...?
कुंआ...
अच्छाई...ऐसा लगता है जैसे हर कोई आपको देखने के लिए गेट पर उमड़ पड़ा है, महामहिम।।।आपकी पिछली सार्वजनिक उपस्थिति को काफी समय हो गया है
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आफ़्टेकॉल
देखो वे तुम्हें देखकर कितने रोमांचित हैं
महामहिम!
आप उसे "रोमांचित" कहते हैं?
उनमें से कुछ सचमुच मुँह पर झाग बना रहे हैं।।।
अपनी महिमा का क्रेअर करो!
डगमगाना