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आख़िरकार, आप मुझे बुलाने में कामयाब रहे।
अपनी शक्तियों के बिना, मैंने जानवरों की छाया पर कब्ज़ा कर लिया।।
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...लेकिन यह मेरा सच्चा रूप है।
वह बहुत डराने वाला है, भले ही मेरा सम्मन अधूरा था।।।
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...यह वही है. विपत्ति के देवता का असली रूप?!
डरो मत, मेरे बच्चे।
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आप सभी को बड़े होकर देखें।। मैं प्रसन्न हूं.
सच है, डरने की कोई बात नहीं है।।
विपत्ति का देवता मेरे सिदे पर है। फिर, और हमेशा...
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सूंघना...
सूंघना...
एमएमपीएच... सूंघना...
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गरीब बात।
वह आपके प्रति इतना क्रूर कैसे हो सकता है...?
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डरो मत, मेरे बच्चे...
...मुझे आपकी आने वाली इच्छा पूरी करनी होगी।।।
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...मुझ पर भरोसा रखें और सब कुछ ठीक हो जाएगा।।।
सच है, यह डरने का समय नहीं है।