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वह किसी चैरिटी कार्यक्रम में इतनी फैंसी ड्रेस कैसे पहन सकती है।।।जेड!.
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न तो वे दिखते हैं...
कानाफूसी
बड़बड़ाना
न ही वे रूप वही थे जो मैं चाहता था।।
बकबक
बुदबुदाना
मैं इस प्रकार का ध्यान नहीं चाहता था...!
क्या वह खाना देने के लिए सहमत हो गई
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तो क्या वह ऐसी दिख सकती है?
आख़िरकार, वह एक सम्मानित" कुलीन परिवार की सदस्य है
वे सभी शायद एक ही तरह से सोचते हैं।
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शायद वह शायद दबाव में होगी...
.अगर वह हवा में सोने के सिक्के फेंकते हुए घूमती, तो
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ऐसा किसने कहा?!
कांपना
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उनकी हिम्मत कैसे हुई कि वे इस तरह से सामने बोलें-
क्या!!!
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आउच... मेरी पोशाक...!