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अभी भी शोध है।।
मुझे करना होगा।।
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वह क्यों... इस शोध के लिए इतनी लंबाई में जा रहे हैं।पी
उह... उह...
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मेरे...
बीए-डंप
झालर
मेरा भाग्यवान...
बीए-डंप
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अरे...
बीए-डंप
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यदि हम अपनी प्रतिज्ञा पर मुहर लगाने के लिए चुंबन करें तो कैसा रहेगा...?
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अगर चीजें ऐसे ही चलती रहीं।!!
यह बाज़ है
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कमरा।
नौकरों का कमरा इस तरह खत्म हो गया है।।।
तो, यह वह जगह है जहां हम अलग हो जाते हैं।