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इंतज़ार...क्या आप ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि-
हां, मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं आपके बारे में चिंतित हूं।
जैसा मैं कहता हूं वैसा ही करो।
...अच्छा।
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नहीं...मैं ऐसा नहीं कर सकता.
बनियान नहीं
मैं बस यह नहीं कर सकता...
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इसे जलने दो।
मूर्ख मत बनो। कमजोर मानसिकता होने पर तुम इस तरह से जोरी को कैसे मारोगे?
...नहीं...
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क्या गलत है? तुम सोग्लम लगते हो।
मैं-यह कुछ भी नहीं है...
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आप मुझे बता सकते हैं कि आपके मन को क्या परेशान कर रहा है?
...क्या आप जानते हैं कि इस तरह का भूत होने के बाद मुझे किस बात का सबसे अधिक पछतावा हुआ है?
मैं...सचमुच लोगों से डरने लगा...
उस होटल कांड के बाद से।
सबने मुझसे मुंह मोड़ लिया और मुझ पर उंगली उठाने लगे, यहां तक कि वे लोग भी जो मुझे पसंद करते थे।
जब होटल के बिस्तर पर ली गई तस्वीर फोटो-शॉप करने के लिए निकली
पुलिस ने मुझसे पूछा कि क्या मैं किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोच सकता हूं जो हेजग्रज हो
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मुझ पर...
क्योंकि जिसने भी ऐसा किया उसने कोई निशान नहीं छोड़ा
यह एक आदर्श अपराध था।
जब ऐसा हुआ तो मुझे उस व्यक्ति से बहुत नफरत थी जिसने ऐसा किया था, लेकिन अब जब मैं पीछे मुड़कर सोचता हूं।।मुझे लगता है कि यह सब मेरी गलती थी।
जकड़ना
मैंने उस व्यक्ति के लिए मुझ पर घृणा अपराध करने के लिए कुछ गलत किया होगा।
मूर्ख मत बनो
वो तेरा कसूर कैसा?